क्या आप भी हर किसी से अपनी बातें शेयर कर लेते हैं? अगर हां, तो यह आपकी सबसे बड़ी गलती हो सकती है। चाणक्य कहते हैं: "बोलने से पहले सोचो और सोचने से पहले तय करो कि क्या बताना भी है या नहीं।"

पहली बात: अपने अगले कदम का प्लान जब आप बताते हैं कि क्या करने वाले हैं, तो या तो कोई हतोत्साहित करेगा या आपकी स्ट्रेटजी चुरा लेगा। चाणक्य कहते हैं: "जो लक्ष्य की घोषणा करता है, उसे पहले आलोचना और बाधाएं मिलती हैं।"

अपने प्लान्स को तब तक छुपाओ जब तक वह हकीकत न बन जाए। यह चाणक्य नीति की सबसे मजबूत सीखों में से एक है।

दूसरी बात: अपने रिश्तों की कमजोरियां रिलेशनशिप की समस्याएं शेयर करने से दुनिया सहानुभूति नहीं देती — वो गॉसिप करती है। आज जिससे बात कर रहे हो, वही कल मजे से आपकी बातें फैलाएगा।

चाणक्य नीति कहती है: "जहां भरोसा न हो, वहां अपनी भावनाओं को रोकना ही बुद्धिमानी है।" अपनी तकलीफ दूसरों से शेयर करना आपको कमजोर बना सकता है।

तीसरी बात: अपनी कमाई और संसाधन आप कितना कमाते हो, क्या चल रहा है — ये बातें किसी को मत बताओ। या तो कंपैरिजन होगा, या एक्सपेक्टेशन बढ़ेगी।

धन की बात जहां फैली, वहां खतरा आया और जहां खतरा आया, वहां शांति गई। कुछ बातें तब तक ताकत होती हैं, जब तक वो सिर्फ आपके पास होती हैं।